बस्ती में तार चोरी पर पुलिस की ‘खेल नीति’! FIR दर्ज होने में देरी, पहले ही उठा लिए गए थे आरोपी

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बस्ती में तार चोरी पर पुलिस की ‘खेल नीति’! FIR दर्ज होने में देरी, पहले ही उठा लिए गए थे आरोपी

धर्मेंद्र पाण्डेय, The Great News

बस्ती जिले के पैकोलिया थाना क्षेत्र में बिजली के तार चोरी की घटना और उसके बाद हुई पुलिस कार्रवाई अब खुद सवालों के घेरे में है। 31 मई 2025 की रात बिजली के तार चोरी की घटना हुई और FIR दर्ज की गई पूरे 6 दिन बाद — 6 जून को। सूत्रों की मानें तो घटना के तुरंत बाद पुलिस ने कई लोगों को थाने में बुलाया और पूछताछ की, लेकिन मुकदमा दर्ज करने में जानबूझकर देरी की गई।

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बताया जा रहा है कि विद्युत विभाग के अधिकारियों के दबाव में आकर FIR दर्ज की गई, जबकि इससे पहले कथित चोरों को पुलिस हिरासत में ले चुकी थी। आरोपियों के परिजनों का कहना है कि पहले भी पुलिस बिना मुकदमे के उठा ले गई थी और किसी तरह छोड़ा गया, लेकिन इस बार दोबारा उठाए जाने के बाद उन्हें नहीं छोड़ा गया और बाद में मुकदमा लिखा गया।

 

अब पैकोलिया पुलिस ने तार चोरी के मामले में दो लोगों का चालान किया है। हालांकि, सवाल ये है कि FIR से पहले कैसे किसी को हिरासत में ले लिया गया? क्या ये मानवाधिकार उल्लंघन नहीं है?

 

स्थानीय लोग और सूत्र यह भी बता रहे हैं कि इससे पहले पंप चोरी के मामले में भी दो सगे भाइयों का चालान किया गया था, जो आज भी चर्चा का विषय बना हुआ है। पैकोलिया थाने में पहले भी एक बड़ी चोरी की घटना हुई थी जिसका अब तक कोई खुलासा नहीं हो सका है।

 

स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि इस पूरे मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए तो SHO द्वारा की गई कई अनियमितताओं का पर्दाफाश संभव है। पैकोलिया SHO पर मानवाधिकार आयोग के नियमों की अनदेखी के गंभीर आरोप हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस जवाबदेही तय नहीं की गई।

 

 

 

रिपोर्ट : धर्मेंद्र पाण्डेय, The Great News | बस्ती से विशेष रिपोर्ट

 

 

 

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