यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : नगर पालिका परिषद अध्यक्ष द्वारा निविदाओं को मनमाने ढंग से अस्वीकृत किये जाने का मुद्दा मुख्यमंत्री कार्यालय में गूंजा, जिलाधिकारी द्वारा भेजी गई रिपोर्ट, चल रही है विधिवत रूप से कार्यवाही।
नगर पालिका अध्यक्ष मोहम्मद इरफान सैफी जब से चुनाव जीतकर अध्यक्ष पद पर विराजमान हुए हैं तब से ही कोई न कोई विवाद खड़ा होता चला आ रहा है। पहले नगर पालिका की जे सी बी को अपने एक खास रिश्तेदार की भूमि पर भेजने का मामला सामने आया जिसमे भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर जे सी बी को मौके से पुलिस के हवाले करवा दिया था। इसके बाद नगर पालिका के पेड़ो की नीलामी को लेकर पालिकाध्यक्ष उस वक्त सवालों के घेरे में घिर गए जब उन्होंने इन पेड़ों की नीलामी अपने ही एक खास आदमी के नाम छोड़ दी। इन सब कारनामो को लेकर अक्सर बोर्ड की बैठक में भी हंगामा हुआ लेकिन अब जो कुछ हुआ क्या वो वाकई पालिकाध्यक्ष को भारी पड़ने वाला है,
शायद हां जी हाँ हम बात कर रहे हैं जेम पोर्टल पर आयी एम आर एफ की मशीनों की खरीद के लिए आई निविदाओं की जिसे पालिकाध्यक्ष ने मनमाने ढंग से अस्वीकृत कर दिया। इस काम के लिए उन्होंने नगर पालिका कर्मी दीपक को धमका कर जबरन उससे पोर्टल का पासवर्ड लिया और निविदाएं निरस्त कर दीं । इस मामले को तेजतर्रार जिलाधिकारी कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने गम्भीरता से लेते हुए पालिकाध्यक्ष को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था और कहा था कि क्यों न आपके वित्तीय अधिकार सीज कर दिए जाएं। इस मामले में गुरुवार को भाजपा नेता शिवेंद्र गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया है कि बीती 28 अक्टूबर को इस मामले में जिलाधिकारी ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है जिसमे कहा गया है कि जो काम जिलाधिकारी द्वारा गठित कमेटी द्वारा किया जाना था उसे नगर पालिका अध्यक्ष ने बीती 4 अक्टूबर को असंवेधानिक तथा मनमाने ढंग से नियम विरुद्ध किया गया है। इस पत्र में यह भी कहा गया है कि पालिकाध्यक्ष के विरुद्ध नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही प्रचलित है। इस मामले में भाजपा नेता का कहना है कि ये मामला मुख्यमंत्री तक पँहुच चुका है और शीघ्र ही इसमे कोई ठोस कार्यवाही देखने को मिलेगी।