यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : नगर में बढ़ती जा रही है डेंगू आशंकित मरीज़ो की संख्या, निजी अस्पताल से लेकर सरकारी अस्पतालो तक लगा है मरीज़ो का तांता, लेकिन नगर पालिका परिषद द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसे लेकर अब लोग सोशल मीडिया पर पालिकाध्यक्ष पर निशाना साध रहे हैं।
नगर पालिका परिषद के नवनिर्वाचित पालिकाध्यक्ष द्वारा चुनाव से पहले नगर के चंहुमुखी विकास को लेकर जो दावे किए गए थे वह महज चार पाँच महीनों में ही हवा हवाई हो गए हैं और उनके खुद के कट्टर समर्थक अब मायूस नज़र आ रहे हैं। वर्तमान समय में नगर में संक्रामक बीमारियों ने कब्जा कर रखा है ऐसे में सरकार द्वारा घरों के आसपास सफाई रखने , पानी एकत्र न होने दिए जाने सहित अनेक सुझाव भी दिए जा रहे हैं।
नगर में पालिका प्रशासन द्वारा सफ़ाई व्यवस्था आम दिनों की भांति ही कि जा रही है जो अपने आप मे काफी गम्भीर विषय है। मौजूदा समय में बढ़ती हुई संक्रमण बीमारियों को देखते हुए नगर पालिका परिषद को नगर में विशेष अभियान चलाकर तथा एंटीलारवा व फॉगिंग आदि कराकर स्थिति को काबू में करना चाहिए था लेकिन शायद वर्तमान पालिकाध्यक्ष को इसके लिए फुर्सत ही नही है। नगर के कई हिस्से अभी भी ऐसे हैं जंहा दवाइयों का छिड़काव तो किया गया है लेकिन सिर्फ कागज़ों में ज़मीनी स्तर पर नगर के कई हिस्से इससे अभी भी वंचित हैं। इसी को लेकर नगर के कुछ लोग अब सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर तरह तरह की बातें करते नजर आ रहे हैं।
एक सज्जन ने लिखा है कि उन्होंने अभी तक ऐसा चेयरमैन नही देखा है कि लोग परेशान हैं हर घर से दो तीन लोग बीमार हैं और अस्पतालों में हैं लेकिन चेयरमैन को फ्लेक्सियो से फुर्सत नहीं है उन्होंने आगे लिखा है कि अगर फुर्सत नहीं है तो कुर्सी छोड़ दो अपने घर बैठो। इस पर अन्य लोगों द्वारा तरह तरह के कमेंट्स किये जा रहे हैं। दूसरे व्यक्ति ने लिखा है कि इनके बस का कुछ नही है इनका पूरा ध्यान फ्लेक्सियो पर है।
आगे भी कुछ नहीं कर पाएंगे ठाकुरद्वारा के लोग बहुत पछता रहे हैं। फेसबुक पर वायरल हो रहीं इन बातों से नगर पालिका और पालिकाध्यक्ष की खासी किरकिरी हो रही है।