यू ट्यूबर द्वारा ट्रैफिक पुलिस का रिश्वत लेते बनाया गया वीडियो अब ट्रैफिक पुलिस के गले की बना हड्डी, नही हुई कोई कार्यवाही आखिर दोनो में से दोषी कौन

Advertisements

 

यामीन विकट

ठाकुरद्वारा : 6 दिन बीत जाने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस द्वारा वाहन चालक से पैसे लेते हुए बनाये गए वीडियो के वायरल होने के बाद भी युट्यूबर के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नही कराया जाना साफ करता है।

Advertisements

 

कि युट्यूबर द्वारा बनाया गया ट्रैफिक पुलिस की रिश्वत लेने वाला विडियो सही है और अब कोतवाली पुलिस टी एस आई से मिलकर यू ट्यूबर से समझौता करने पर उतारू है। तो इसका मतलब साफ है कि केवल युट्यूबर को धमकाने के लिए ही टी एस आई ने घटना के बाद प्रार्थना पत्र दिया था।

 

बीती 17 सितम्बर को नगर के तिकोनिया बस स्टैंड के समीप ट्रैफिक पुलिस द्वारा वाहनों की चेकिंग के दौरान एक युट्यूबर व उसके साथी ने ट्रैफिक पुलिस द्वारा वाहन चालक से रिश्वत लेते हुए एक वीडियो बनाया था।

 

 

उसी दिन ये वीडियो ट्रैफिक पुलिस के टी एस आई के हमराही सिपाही को भेजा गया था और वीडियो देखकर ट्रैफिक पुलिस के टी एस आई कृष्ण पाल सिंह ने उसी दिन एक तहरीर युट्यूबर के खिलाफ कोतवाली पुलिस को देते हुए आरोप लगाया था कि जब वह किसी वाहन का नकद चालान कर रहे थे तभी उक्त युट्यूबर ने उनका पैसे लेते हुए वीडियो बना लिया और उनके हमराही के नम्बर पर वीडियो सेंड कर उनसे दस हजार रुपये हर हफ्ता देने की मांग कर रहा है।

 

 

 

 

प्रार्थना पत्र में ये भी आरोप लगाया गया था कि उक्त युट्यूबर उन्हें पैसा न देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहा है। टी एस आई का कहना था कि आरोपी सरकारी कार्य में बाधा डाल रहा है जिसकी वजह से वह अपना कार्य नही कर पा रहे हैं। इतने संगीन आरोप लगाए जाने के बाद भी 6 दिन पुरानी हो चुकी इस घटना की तहरीर मिलने के बाद भी कोतवाली पुलिस इस मामले को दर्ज नही कर सकी है।

 

 

 

बुधवार को टी एस आई इस मामले में पुनः कोतवाली पँहुचे थे जंहा आरोपी युट्यूबर को भी बुलाया गया और फिर एकांत में दोनो के बीच लम्बी वार्ता हुई और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसके बाद गुरुवार को भी इस मामले में ट्रैफिक पुलिस और कोतवाली पुलिस के बीच लम्बी वार्ता हुई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे साफ होता है कि युट्यूबर द्वारा रिश्वत लेते हुए बनाया गया वीडियो बिल्कुल सही है और टी एस आई ने केवल युट्यूबर को धमकाने के लिए ही प्रार्थना पत्र दिया है

 

 

 

ताकि भविष्य में कोई दूसरा व्यक्ति उनका भांडा न फोड़ सके और ट्रैफिक पुलिस की मनमानी चलती रहे। उधर उक्त युट्यूबर के कुछ और भी मामले सामने आए हैं और युट्यूबर ने खुद इधर उधर बैठकर डींगें मारते हुए कोतवाली पुलिस से ही पैसा वसूलने की बात भी की है । युट्यूबर द्वारा बताई गई इस बात को जिस व्यक्ति ने बताया है उसने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया है

https://www.thegreatnews.in/uttar-pradesh/village-chaupal-was-inaugurated-and-information-about-government-schemes-was-given/

 

 

कि कुछ समय पूर्व उसने मुरादाबाद रोड स्थित एक स्थान से एक गांजा बेचने वाले को सेटिंग कर पुलिस से पकड़वाया था और उसे छोड़ने के एवज में 40 हज़ार में सौदा भी कराया था इस काम के लिए खुद पुलिस ने उसे 4 हजार रुपये दिए थे। तो क्या इसका मतलब ये भी हो सकता है कि पुलिस अपने ही कुछ राज़ दबाने के लिए युट्यूबर पर कार्यवाही करने से कतरा रही है।

 

 

 

 

बहरहाल मामला जो भी हो या तो युट्यूबर गलत है और वह टी एस आई को ब्लैकमेल कर रहा था या फिर टी एस आई खुद रिश्वत लेकर वाहन चालकों से अवैध वसूली के धंधे में लिप्त हैं। दोनो ही सूरतों में इस गम्भीर प्रकरण की जांच होना बेहद आवश्यक है और दोनो में से जो भी दोषी है उसपर कार्यवाही होना बेहद जरूरी है क्योंकि दोनों में से कोई एक तो ज़रूर गलत है।

Advertisements
THE GREAT NEWS

THE GREAT NEWS

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *