पुलिस को सौंपे गए नाबालिग बच्चे का नही है कोई अता पता, परेशान मां ने एस एस पी के दरबार में की शिकायत
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : डिलारी पुलिस नही बता रही 13 वर्षीय बच्चे को कंहा भेजा गया है और उसका अपराध क्या है। इस मामले में नाबालिग बच्चे की परेशान मां ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए उसके पुत्र को वापस कराये जाने की गुहार लगायी है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बिठुआ ठेर निवासी अख्तरी पत्नी जाहिद हुसैन ने गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपकर कहा है कि 23 अगस्त को उसके घर पर थाना डिलारी पुलिस उत्तराखंड पुलिस के साथ आई थी। इस दौरान डिलारी पुलिस उसके बड़े पुत्र नावेद को अपने साथ ले गई थी। अख्तरी का कहना है कि पुलिस ने उससे कहा था कि अपने पुत्र अनस को ले आना इसे छोड़ दिया जाएगा। तब अख्तरी अपने 13 वर्षीय पुत्र और कक्षा 7 के छात्र अनस को डिलारी थाने जाकर उसे पुलिस को दे आयी थी और नावेद को ले आयी थी। बाद में उसने डिलारी पुलिस से सम्पर्क कर अपने नाबालिग पुत्र के बारे में पूछा तो डिलारी पुलिस ने बताया कि उसे जसपुर पुलिस अपने साथ ले गई है। इस बात को सुनकर परेशान अनस की माँ अपने साथ कुछ गणमान्य व्यक्तियों को लेकर जसपुर कोतवाली पँहुची लेकिन उन्होंने भी उसके पुत्र के वँहा होने से इंकार कर दिया। आधी रात तक रोते बिलखते हुए परेशान मां अपने पुत्र को इधर उधर तलाशती रही लेकिन कुछ पता नहीं चला। गुरुवार को पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पँहुची लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक या पुलिस अधीक्षक ग्रामीण से उसकी मुलाकात नही हो सकी तब उसने कार्यालय में मौजूद अन्य अधिकारी को प्रार्थना पत्र सौंपा। महिला का कहना है कि उसके बच्चे ने क्या अपराध किया है और क्यों पुलिस उसके बारे में कुछ नहीं बता रही है इसका कोई जवाब नहीं मिल सका है। फिलहाल 13 साल के अनस की मां का रोते रोते बुरा हाल है। उधर ये भी चर्चा है कि नाबालिग अनस पर गौकशी का आरोप है। सच्चाई कुछ भी हो लेकिन एक माँ को तो पता होना चाहिए कि उसके पुत्र को पुलिस ने क्यों हिरासत में लिया है और आखिर वह वर्तमान में कंहा है।