यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : हफ्ता वसूली पर उतरे यू ट्यूबर ने ट्रैफिक पुलिस से ही कर डाली दस हज़ार रुपये हफ्ता देने की मांग, ट्रैफिक पुलिस के टी एस आई ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर उसके कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले यू ट्यूबर के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की है।
नगर के तिकोनिया बस स्टैंड पर ट्रैफिक पुलिस टी एस आई के तौर पर अपनी ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक पुलिस के लिए नगर का रहने वाला एक यू ट्यूबर इन दिनों भारी मुसीबत बना हुआ है। रविवार को ट्रैफिक पुलिस के टी एस आई कृष्णपाल सिंह ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर शिकायत की है कि 14 सितम्बर से 17 सितम्बर तक वह नगर में यातायात व्यवस्था के लिए ड्यूटी पर तैनात है।
टी एस आई का कहना है कि वह तिकोनिया से लगभग दो सौ मीटर दूर वाहन चेकिंग कर रहे थे तभी वँहा दो लोग पँहुचे जो खुद को एक न्यूज चैनल का पत्रकार बता रहे थे। दोनो ने मौके पर विडीओ बनाना शुरू कर दिया। और यही विडीओ अगले दिन टी एस आई के हमराही सुदेश कुमार के मोबाइल पर डालकर उनसे दस हज़ार रुपये हफ्ता देने की मांग की गई।
इतना ही नहीं इन युट्यूबरो ने ट्रैफिक पुलिस को धमकी भी दी कि उन्हें हफ्ता नही दिया गया तो वह इस वीडियो को वायरल कर देंगे। टी आई आई ने बताया है कि उक्त युट्यूबरो ने उस समय विडीओ बनाया है जब वह वाहनों का चालान कर उनके चालान के नकद पैसे ले रहे थे।
टी एस आई का कहना है कि उक्त युट्यूबर उसके सरकारी कार्य में बाधा डाल रहे हैं जिससे वह अपनी ड्यूटी ठीक से नही कर पा रहे हैं। टी एस आई ने उक्त आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है। अब आप सोचिए कि जो व्यक्ति पुलिस से अवैध वसूली की बात सोचकर उससे हफ्ता मांग सकता है तो वो व्यक्ति एक आम आदमी के साथ क्या कर सकता है। इससे पहले भी इन युट्यूबरो की अवैध वसूली की खबरे तो मिलती रही हैं।
लेकिन अभी तक कोई व्यक्ति शिकायत लेकर सामने नही आया था और शायद इसीलिए इन फ़र्ज़ी युट्यूबरो की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि अब वो पुलिस को ही अपना शिकार बनाने पर उतर आए हैं। अब देखना होगा कि इस मामले में कोतवाली पुलिस कोई कदम उठाती है या इन्हें इसी तरह अवैध वसूली की छूट दे दी जाएगी।
क्षेत्र में हो रही है पत्रकारों की बौछार

डिजिटल दुनिया में लगातार पत्रकारों की बरसाती मेढ़क की तरह गिनती बढ़ती जा रही है, कोई भी अपना युटुब न्यूज़ चैनल बनाकर पत्रकार बना देता है और क्षेत्र में अपने आप को न्यूज़ चैनल बताकर लोगों को गुमराह करता है, जिस पर जिम्मेदार विभागीय अधिकारी भी कोई कठोर कार्रवाई नहीं करते हुए दिखाई दे रहे हैं एक यूट्यूब पर लोगों को गुमराह कर पत्रकार बना देता है और उनसे विज्ञापन के नाम पर उगाई का खेल करता है।