यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : अवैध रूप से चल रहे टेम्पुओ ने तोड़ी बस मालिकों की कमर, सारे टेक्स अदा करने के बाद भी बस मालिकों के हाथ खाली, बिना टेक्स जमा कर अवैध रूप से चल रहे टेम्पो सवारियों को भर भर कर ले जाते देखे जा सकते हैं। टेम्पुओ पर चालान काटने का भी कोई असर नहीं एक एक टेम्पू पर चालान का हज़ारों रुपया बकाया है जिसका कोई भुगतान नहीं किया जाता जिससे राजस्व को भारी नुकसान पहुंच रहा है।
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के काशीपुर से ठाकुरद्वारा रोड पर अवैध रूप से टेम्पुओ में भरकर सवारियों को भुस की तरह भर कर और सारे नियमों को ताक पर रखकर ढोया जा रहा है। इस मामले में पिछले एक साल में अनगिनत बार बस मालिकों ने स्थानीय प्रशासन को पत्र दे देकर कितनी ही शिकायतें की जा चुकी हैं लेकिन ऐसा लगता है जैसे इन सारी शिकायतों को स्थानीय प्रशासन द्वारा रददी की टोकरी में डाल दिया जाता रहा हो।
कुछ समय पूर्व नगर के तिकोनिया बस स्टैंड पर ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है जिसके द्वारा अनेक टेम्पुओ के चालान भी किये गए लेकिन नतीजा नहीं निकला क्योंकि जितने भी चालान किये गए हैं उनका भुगतान टेम्पू चालकों द्वारा किया ही नही जाता है और सभी चालान अधर में लटके हुए हैं। बताया गया है कि एक एक टेम्पू पर चालान का हज़ारों हज़ारों रुपये का बकाया है लेकिन उस चालान की रकम को भी टेम्पुओ के स्वामियों द्वारा भरा नही गया है जिससे भारी भरकम राजस्व की छति भी हो रही है। दूसरी ओर वह बस मालिक हैं।
जो सरकार को भारी भरकम रोड टेक्स, गुड टेक्स, फिटनेस टेक्स और अन्य टेक्स भरते हैं लेकिन उनकी सवारियां अवैध रूप से चल रहे टेम्पो वाले भरकर ले जाते हैं ऐसे में बस मालिकों के सामने भारी आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, इन अवैध रूप से चलने वाले टेम्पुओ की शिकायत ठाकुरद्वारा से लेकर लखनऊ तक सभी सम्बंधित अधिकारियों के साथ साथ राजनेताओं तक से की जा चुकी है लेकिन अभीतक इन अवैध टेम्पुओ के संचालन को बंद नही कराया जा सका है।
एक ओर जंहा इन टेम्पुओ के अवैध संचालन से बस स्वामी हाथ पर हाथ धरे बैठने के लिए मजबूर हैं तो वन्ही इन टेम्पुओ मे सवार लोग किसी भी हालत में सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि जिस टेम्पो को महज तीन सवारियों को बैठाने की परमिशन दी गई है उस टेम्पो में 8 से 10 तक सवारियों को इधर उधर बैठाकर या लटकाकर ढोया जा रहा है जो किसी दिन एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।
स्थानीय प्रशासन को इन अवैध टेम्पुओ को लेकर एक बड़ा अभियान चलाना होगा और इनके चालान काटने के स्थान पर इन अवैध टेम्पुओ को सीज करने की कार्यवाही करनी होगी तब कंही जाकर ये अवैध संचालन बन्द कराया जा सकता है।