अज़हर मलिक
वन विभाग : डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य के निर्देशों पर चलाए जा रहे अभियान के तहत वन विभाग की ताबड़तोड़ करवाई देखने को मिल रही है खनन माफिया हो या फिर लकड़ी माफिया वन विभाग वन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने में जुटा हुआ है।
इसी अभियान के तहत वन विभाग ने एक बार फिर लकड़ी माफिया के मंसूओं पर पानी फेर है जहां लकड़ी माफिया ने चोरी छुपे अवैध खैर की लकड़ी को एक मकान के पीछे छुपा रखे थे। जिसकी सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने छापेमारी की ओर और इस छापेमारी में 62 नग गिल्टे खैर की लकड़ी बरामद किए हैं। जिसकी वैल्यू लाखों में बताई जा रही है।
https://www.thegreatnews.in/kashipur/forest-department-again-cracks-down-on-mining-mafia/
आप को बता दे की बन्नाखेड़ा रेंज अन्तर्गत ग्राम भूड़ी में एक पुराने मकान के पास एक मकान के पीछे अवैध रुप से छुपाई गयी प्रतिबन्धित खैर की लडकी की सूचना मिली जिस पर वन क्षेत्राधिकारी, बन्नाखेड़ा रेंज लक्ष्मण सिंह मर्तोलिया ने वन सुरक्षा बल के साथ छापेमारी में मकान से 62 नग अवैध खैर लड़की को बरामद किया गया। टीम द्वारा बरामद प्रकाष्ठ को अपने कब्जे में लेकर बन्नाखेड़ा रेंज परिसर लाया गया है। साथी बना अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई और आरोपियों की तलाश के लिए टीम का गठन कर दिया गया।
वन क्षेत्राधिकारी, बन्नाखेड़ा लक्ष्मण सिंह मर्तोलिया, वन क्षेत्राधिकारी, उप वन क्षेत्राधिकारी, वन सुरक्षा बल रमेश चन्द्र, वन दरोगा बालकिशन, वन आरक्षी चमन कुमार, धर्मवीर सिंह, विपिन देवलाल, तरसेम सिंह, महेन्द्र सिंह, सुमेर सिंह, वाहन चालक किशन सिंह, अजय रावत आदि