पूर्व सीएम तीरथ का बयान कमीशन खोरी ने पकड़ा जोर, कांग्रेस ने फ्रंटफुट में आने की दी सलाह
उत्तराखंड की सियासत में एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। तीरथ सिंह रावत के नए बयान ने बढ़ती ठंड में तापमान बड़ा दिया है। तीरथ सिंह रावत का कहना है की जबसे उत्तराखंड अलग राज्य बना है तबसे प्रदेश में कमीशन खोरी और भी अधिक बड़ गई है।इतना ही नहीं तीरथ सिंह रावत का कहना है की आज प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है हर विभाग में धांधली जोरों पर है ऐसे में जब तक इंसान के मन में जब तक अपने प्रदेश को लेकर भावना नहीं आयेगी तब तक भ्रष्टाचार रुकेगा नहीं। उन्होंने कहा की भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए अधिकारी हो या कोई भी जनप्रतिनिधि को अगर कोई भी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है उसके खिलाफ एक्शन होना चाहिए और ये भी देखने की जरूरत है की इन सबके पीछे बड़ा हाथ किसका है। उधर अब तीरथ के इस बयान के बाद कांग्रेस ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है की पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने स्वीकार किया है की उत्तरप्रदेश से अलग होने के बाद प्रदेश में करप्शन बड़ा है। उन्होंने कहा की जब सरकार भी भाजपा की है और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान दे रहे है तो अब तक इस मामले पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई। गरिमा दासोनी ने पूर्व सीएम तीरथ को सलाह देते हुए कहा की 6 साल से प्रदेश में बीजेपी की सरकार है ऐसे में उन्हें फ्रंटफुट में आते हुए करप्शनखोरों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।