दरोगा भर्ती में कई लोगों की गर्दन पर मंडराया खतरा
पंतनगर
उत्तराखंड में वर्ष, 2015-16 में दरोगा के 339 पदों पर विवि की परीक्षा सेल ने परीक्षा कराई थी। मामले की जांच विजिलेंस टीम ने शुरू की तो पाया गया कि परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र लीक कर अपने चहेतों को मोटी रकम लेकर दे दिए गए थे। जिसमें जांच की आंच में कई बडे चेहरों की कर्दन फंसने लगी है, पंतनगर विवि के पशु विज्ञान महाविद्यालय के डीन डाक्टर एनएस जादौं व रिटायर्ड असिस्टेंट एस्टेब्लिशमेंट अफसर दिनेश चंद्र जाेशी पर केस दर्ज किया गया है। इससे विवि में हड़कंप मचा हुआ है।
दारोगा भर्ती घोटाले के मामले में गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के कुछ और लोगों की गर्दन फंस सकती है। इस मामले में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के डीन व रिटायर्ड एईओ के विरुद्ध विजिलेंस टीम ने केस दर्ज कर लिया है। घोटाले से जुड़े लोग सहमे हुए हैं। तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। दिन भर विवि में घोटाले को लेकर जोरों पर चर्चा बनी रही।
पेपर लीक करने व पेपर खरीद कर दरोगा की नौकरी पाने वालों की अब बारी है, इनकी जांच शुरू हो गई है। केस दर्ज के बाद आरोपितों से पूछताछ की जाएगी तो इस घोटाले में शामिल लोगों के नाम भी उजागर हो जाएंगे।हालांकि विजिलिंस टीम के रडार पर विवि के कई और लोग हैं। जांच आगे बढ़ते ही तस्वीर साफ हो जाएगी। विवि में चर्चा थी कि शिक्षा मंदिर कहने जाने वाले कालेज व विश्वविद्यालय की परीक्षा सेल को निष्पक्ष परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी गई थी, जब सेल के अफसर ही प्रश्न पत्र लीक करेंगे तो पारदर्शिता कैसे होगी और मेधावी परीक्षार्थी कैसे नौकरियों में आएंगे। भर्ती घोटाले में केस दर्ज होने से विवि की छवि खराब हो रही है। हरित क्रांति का श्रेय लेने वाले विवि का नाम दुनिया में है, अब दूसरे विवि या दूसरे देशों की नजर में पंत विवि के प्रति कैसा मैसेज जाएगा। घोटाले में शामिल लोग तनाव में आ गए हैं कि जांच में अब नहीं बच पाएंगे।