ED की बड़ी कार्रवाई: वन अफसरों की पत्नियों और बेटों के नाम खरीदी गई 1.75 करोड़ की संपत्ति कुर्क
उत्तराखंड के बहुचर्चित पाखरो रेंज घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए वन विभाग से जुड़े अधिकारियों की पत्नियों और बेटों के नाम पर खरीदी गई संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में करीब 1.75 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति को जब्त किया गया है, जो सीधे तौर पर किशन चंद, बृज बिहारी शर्मा और अन्य आरोपियों से जुड़ी हुई बताई जा रही है।
पाखरो रेंज में लंबे समय से चल रही गड़बड़ियों और वित्तीय अनियमितताओं की जांच में सामने आया कि आरोपी अफसरों ने सरकारी पैसे और घोटाले के माध्यम से प्राप्त धनराशि को अपने परिवार के नाम पर प्रॉपर्टी में निवेश किया। जांच एजेंसियों को जब इस बात के सबूत मिले कि संपत्तियां पत्नी और बेटों के नाम पर रजिस्टर्ड हैं, तो ED ने कार्रवाई तेज कर दी।
बताया जा रहा है कि यह सारी अचल संपत्तियां देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल के प्रमुख इलाकों में स्थित हैं। पहले से ही इन अफसरों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग, घोटाला और सरकारी धन के दुरुपयोग जैसे मामलों की जांच चल रही थी। अब तक इस प्रकरण में कई अन्य लोगों पर भी कार्रवाई हो चुकी है, और ED के सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में और भी कुर्कियां हो सकती हैं।
प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई से राज्य के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी रकम से इतनी संपत्तियां खरीदी कैसे गईं और विभागीय स्तर पर इसकी निगरानी क्यों नहीं हो पाई?
सूत्रों के अनुसार, ED अब इस घोटाले से जुड़े सभी लेन-देन, बैंक स्टेटमेंट, प्रॉपर्टी रजिस्ट्री और मनी ट्रेल की गहराई से जांच कर रही है। पाखरो रेंज घोटाले की जड़ें जितनी पुरानी हैं, उतनी ही गहरी भी, और अब ईडी की नजर उन सभी लोगों पर है, जिन्होंने सिस्टम के भीतर रहकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया।