हरक के कडक बोल पर प्रेम हुए खफा
एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत का आमना सामना हो गया। त्यागपत्र मांगने के सवाल पर अग्रवाल ने हरक सिंह को टोका, हरक सिंह ने जवाब दिया जब वह मंत्री रहते हुए नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दे सकते हैं तो उन्हें ऐसा करने में क्या परहेज है। इस बात को लेकर दोनों में नोकझोंक हो गयी।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल शामिल हुए थे। इस बीच पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत भी वहां पहुंच गए। सामान्य भेंट होने के बाद काबीना मंत्री अग्रवाल ने हरक सिंह को इस बात पर टोका कि वह बार-बार क्यों उनसे त्यागपत्र की मांग कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हरक सिंह का कहना था कि जब मैं मंत्री था तो मैंने भी नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। अग्रवाल का कहना था वह तो जैनी प्रकरण था। हरक ने जवाब दिया कि जैनी प्रकरण भी उनके खिलाफ एक षड्यंत्र था, लेकिन फिर भी उन्होंने नैतिकता के आधार पर मंत्री पद छोड़ दिया था, जबकि वह 30 साल से मंत्री रहे हैं। इस बात पर अग्रवाल ने जवाब दिया कि क्या वह उन्हें 30 दिन भी मंत्री नहीं रहने देना चाहते। यह नोकझोंक चर्चा का विषय बनी रही।