सीएम पोर्टल की खामियां शिकायतों के दुरुपयोग से लोग परेशान
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन यानी सीएम पोर्टल को जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान देने के लिए शुरू किया गया था, लेकिन अब यही व्यवस्था कई बार लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। असल मकसद जनहित को बढ़ावा देना था, मगर हालात यह हैं कि कुछ लोग व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने के लिए लगातार शिकायतें दर्ज करा रहे हैं।
सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि किसी शिकायत की जांच रिपोर्ट आने के बाद भी यदि शिकायतकर्ता “असंतुष्ट” लिख देता है तो वही मामला फिर से खुल जाता है। इससे अधिकारियों और कर्मचारियों को एक ही मामले की बार-बार जांच करनी पड़ती है। जिसके चलते असली जनहित की शिकायतें पीछे छूट जाती हैं और जिस पर झूठी शिकायत होती है, उसका भी समय और संसाधन व्यर्थ होते हैं।
जानकारों का कहना है कि सीएम पोर्टल जैसी पहल जनता के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसमें सुधार ज़रूरी हैं। अगर झूठी या दुर्भावनापूर्ण शिकायतों पर रोक नहीं लगी तो इस व्यवस्था का दुरुपयोग होता रहेगा और इसका असली उद्देश्य खो जाएगा।