उत्तराखंड में ‘AI वीडियो’ पर सियासी संग्राम: हरीश रावत की बीजेपी को चेतावनी— “माफी मांगो वरना पार्टी मुख्यालय पर दूंगा 7 दिन का धरना”

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उत्तराखंड में ‘AI वीडियो’ पर सियासी संग्राम: हरीश रावत की बीजेपी को चेतावनी— “माफी मांगो वरना पार्टी मुख्यालय पर दूंगा 7 दिन का धरना”

देहरादून: उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (AI) के इस्तेमाल ने भूचाल ला दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का एक एआई-जनरेटेड वीडियो जारी होने के बाद विवाद गहरा गया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए भाजपा के खिलाफ आर-पार की जंग का ऐलान कर दिया है।

“भाजपा कार्यालय में दूंगा 7 दिन का धरना” – हरीश रावत

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने साफ लहजे में चेतावनी दी कि यदि भाजपा ने उक्त वीडियो को तुरंत अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से नहीं हटाया और उनसे सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो वे भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर सात दिनों तक धरने पर बैठेंगे। रावत ने यह भी स्पष्ट किया कि वे इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज कराने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

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कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का पलटवार

हरीश रावत की इस चेतावनी पर सरकार की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने तंज कसते हुए कहा कि, “हरीश रावत को धरना देने का बहुत शौक है। धरने पर बैठने के बाद वह क्या करते हैं, यह प्रदेश की जनता भली-भांति जानती है।” उनियाल ने आगे नसीहत देते हुए कहा कि रावत को धरने की राजनीति छोड़कर बिखरते हुए कांग्रेस संगठन को संभालने पर ध्यान देना चाहिए।

क्या है विवाद की जड़?

दरअसल, भाजपा उत्तराखंड के सोशल मीडिया हैंडल से हरीश रावत का एक वीडियो साझा किया गया था, जिसे एआई तकनीक से बनाया गया बताया जा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि इस वीडियो के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व को गलत तरीके से पेश कर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।

इस विवाद ने अब व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप का रूप ले लिया है, जिससे आने वाले दिनों में उत्तराखंड की सियासत और गरमाने के आसार हैं।

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