उत्तराखंड में प्री-मानसून बारिश से मौसम हुआ सुहावना, लोगों को गर्मी से राहत

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उत्तराखंड में प्री-मानसून बारिश से मौसम हुआ सुहावना, लोगों को गर्मी से राहत

 

देहरादून, 4 जून 2025 — उत्तराखंड में प्री-मानसून बारिश ने दस्तक दे दी है और इसके चलते राज्य के कई हिस्सों में मौसम सुहावना हो गया है। विशेष रूप से पहाड़ी जिलों जैसे टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और नैनीताल में देर रात से लेकर सुबह तक हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है जिससे लोगों को भीषण गर्मी से बड़ी राहत मिली है।

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मौसम विभाग ने पहले ही 3 से 6 जून के बीच राज्य के अधिकांश हिस्सों में प्री-मानसून गतिविधियों की चेतावनी जारी की थी। इसके तहत हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं बिजली चमकने और तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई थी। मंगलवार देर रात देहरादून, मसूरी, पौड़ी, हल्द्वानी और मुक्तेश्वर में तेज़ हवाओं के साथ अच्छी बारिश देखने को मिली।

 

किसानों के लिए राहत की खबर

इस प्री-मानसून बारिश से जहां आमजन को गर्मी से राहत मिली है, वहीं खेतों की नमी बढ़ने से किसानों को भी लाभ होगा। खासतौर पर पर्वतीय क्षेत्रों में जो किसान बारिश पर निर्भर हैं, उनके लिए यह एक शुभ संकेत है क्योंकि यह बारिश खरीफ फसलों की तैयारी के लिए लाभकारी मानी जा रही है।

 

पर्यटन स्थलों पर बढ़ी रौनक

बारिश के बाद मसूरी, नैनीताल और चंपावत जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर हरियाली लौट आई है और ठंडी हवाओं के साथ मौसम और भी खुशनुमा हो गया है। इसके चलते पर्यटकों की आमद में भी इजाफा देखा जा रहा है। कई पर्यटक तो इस अनायास मौसम के बदलाव से गदगद नजर आए।

 

अभी और बारिश के आसार

मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 48 घंटों में उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल मंडलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। खासकर ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चमोली जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

 

मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों से अपील की है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय सतर्क रहें, क्योंकि बारिश के चलते भूस्खलन जैसी घटनाओं का खतरा बना रहता है।

 

 

उत्तराखंड में समय से पहले आई इस प्री-मानसून बारिश ने मौसम को तो राहत भरा बना ही दिया है, साथ ही यह आने वाले मानसून के संकेत भी दे रही है। हालांकि प्रशासन और लोगों को सावधानी भी बरतने की आवश्यकता है, खासकर संवेदनशील पर्वतीय मार्गों पर।

 

 

— The Great News

 

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