बेरोजगार युवाओं पर लाठियां विपक्ष का मुद्दा दलाल मीडिया की चुप्पी
उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में हो रही धांधली के बाद हताश और निराश बैठे बेरोजगार युवाओं पर गुरुवार को राजधानी देहरादून में लाठियां बरसाई गईं। बेरोजगार युवाओं ने भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधली की सीबीआई जांच की मांग को लेकर देहरादून में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.भर्ती धांधली के विरोध में प्रदेशभर में युवाओं का प्रदर्शन जारी है। सड़कों पर उतरी आक्रोशित युवाओं की भारी भीड़ के चलते कई जगहों पर चक्का जाम तक हो गया है। प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ युवाओं की नारेबाजी जारी है। राजधानी देहरादून में हजारों की तादाद में युवाओं ने राजपुर रोड को पूरी तरह जाम कर कर दिया है। वही पुलिस की कार्रवाई का राज्य में जमकर विरोध किया जा रहा।
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उत्तराखंड लोक सेवा आयोग से नाराज अभ्यर्थियों ने बीते रोज जहां सैकड़ों की संख्या में सरकार और आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया, तो वहीं आज इनकी संख्या हजारों में पहुंच गई है। देहरादून के व्यस्ततम राजपुर रोड पर हजारों की संख्या में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग और सरकारी सिस्टम से नाराज अभ्यर्थियों ने सरकार और आयोग पर जमकर हमला बोला और एक बड़ा आंदोलन देहरादून की सड़कों पर नजर आया। पुलिस के जवान सुबह से ही युवाओं को समझाने में जुटे रहे लेकिन दोपहर बाद पुलिस का धैर्य उस वक्त टूट गया और पुलिस ने आंदोलनकारियों पर जमकर लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर करने का प्रयास किया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों की ओर से पथराव भी किया गया। गौरतलब है कि पेपर लीक प्रकरण में छात्रों का उग्र प्रदर्शन हुआ,विरोध कर रहे तमाम छात्र लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
हजारों की संख्या में आज छात्र सरकार के विरोध में सड़क पर उतरे। वहीं आज यूकेडी और कांग्रेस भी छात्रों को समर्थन करने प्रदर्शन में शामिल हुई। आपको बता दें कि बीते रोज गांधी पार्क में धरने पर बैठे आंदोलनकारियों को देर रात को दून पुलिस ने जबरन प्रदर्शनकारियों को उठाया था। भर्ती धांधली के विरोध में प्रदेशभर में युवाओं का प्रदर्शन जारी है। सड़कों पर उतरी आक्रोशित युवाओं की भारी भीड़ के चलते कई जगहों पर ट्रैफिक जाम हो गया है। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए युवाओं ने कहा कि नकलरोधी कानून आने के बाद ही हो कोई भी भर्ती परीक्षा कराई जाए। पुलिस, पटवारी, वन क्षेत्राधिकारी, लोअर पीसीएस, अपर पीसीएस, आरओ, एआरओ, पीसीएस जे, प्रवक्ता एई, जेई की परीक्षाएं दे चुके युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। ऐसे में परीक्षा नियंत्रकों पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की जा रहीं है। जहां एक ओर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया है तो वहीं इस मामले में बीजेपी ने युवाओं से धैर्य रखने की अपील की है।
राज्य सरकार के खिलाफ देहरादून में बेरोजगार युवाओं का प्रदर्शन हुआ इस दौरान पुलिस और बेरोजगार युवाओं के बीच पथराव और लाठीचार्ज का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है अब इस मुद्दे पर राजनीति भी देखने को मिल रही है। बेरोजगार युवाओं को समर्थन देने के लिए कांग्रेस भवन में कांग्रेस कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। पुलिस की माने तो प्रदर्शन के दौरान पुलिस और वाहनों के ऊपर पथराव भी किया गया।इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं पर लाठीचार्ज किया इस घटनाक्रम को लेकर देहरादून एसएसपी ने कहा है कि बेरोजगार युवाओं के बीच में कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल को खराब करने की कोशिश की और पुलिस के ऊपर पथराव किया ऐसे अराजक तत्वों की पुलिस पहचान कर रही है।
इस मुद्दे को लेकर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने भी युवाओं से अपील की है और कहा है कि नकल माफियाओं को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं गया है और धामी सरकार ने निष्पक्ष तरीके से भर्ती घोटाले की जांच कराई है युवाओं को संयम से काम लेना चाहिए धामी सरकार युवाओं के साथ खड़ी है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की है हरीश रावत ने कहा कि छात्र शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे और सिर्फ यह मांग कर रहे थे कि परीक्षा में हो रही धांधली की एक उच्च स्तरीय जांच हो। लेकिन जिस तरीके से उन पर लाठीचार्ज किया है यह बहुत ही निंदनीय है साथ ही हरीश रावत ने कहा कि में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से निवेदन करूंगा कि वह सीधे छात्रों से बात करें क्योंकि छात्रों से बात करें और छात्रों की मांगों को माने
भाजपा ने युवाओं के आंदोलन को कांग्रेस का राजनैतिक षडयंत्र बताते हुए युवाओं से धैर्य बरतने और सरकार के कदमों पर विश्वास जताने की अपील की है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने प्रदेश के युवाओं पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह कानून अपने हाथ में नही ले सकते है लिहाज़ा उन्होंने मुख्यमंत्री से इस पूरे षडयंत्र को लेकर जांच की मांग की है।
युवाओं से धैर्य बनाये रखने और किसी के बहकावे में नही आने की अपील की और आरोप लगाया कि काँग्रेस पार्टी शुरुआत से ही युवाओं को भड़काने में लगी हुई थी क्योंकि वह सरकार की नियुक्ति प्रकरणों में की जा रही कठोरतम कार्यवाही और उसपर जनता की संतुष्टि को हजम नही कर पा रही थी। जिस तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं उससे संदेह है कि कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों के लोग युवाओं के बीच उन्हें भड़काने का काम कर रहे थे, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व चिंताजनक है।
वही पूरे मामले पर मीडिया लीपापोती करती हुई दिखाई दे रही है, एक तरफ सरकार से सवाल करने में कचरा रही है तो दूसरी ओर देश के युवा मीडिया को सवालों के कटघरे में ना खड़ा कर दें इसी डर से मीडिया सिर्फ पूरे मामले को लीपापोती ही करती हुई दिखाई दे रही है ना तो मीडिया के किसी मालिक में दम है कि ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर सवाल कर सके कि आखिर ऐसी स्थिति प्रदेश में हुई क्यों।
प्रदेश सरकार को चला रहे हैं मुखिया का क्या सिस्टम इतना लाचार था कि सरकारी तंत्रों से पेपर चुरा कर ले गए।
2 : अगर पेपर लीक हुआ तो अभी तक जिम्मेदार अधिकारी सलाखों के पीछे क्यों नहीं गए ?
3 : उन बेरोजगार युवाओं का क्या होगा जिन्होंने अपनी आयु रोजगार पाने की आयु पूरी कर ली हो ?
4 : आखिर रोजगार को लेकर मीडिया के डिबेट क्यों नहीं करती ?
ऐसे और भी सवाल है जो मीडिया को करने चाहिए पर मीडिया मामले को गोल मोल कर रही है सावले किए तो कही नुकसान न हो जाए ,
https://youtu.be/YWLXgdmJZm4