देहरादून
उत्तराखंड में नहीं रुक रहा पलायन का सिलसिला मैदानी जिलों से 62 हजार से ज्यादा लोग कर चुके हैं पलायन
प्रदेश के पर्वती जिलों से 58 हजार मतदाताओं का पलायन
प्रदेश के 10 पर्वतीय जिलों से बीते 9 महीने में 58 हजार से ज्यादा मतदाताओं ने अपने विधानसभा क्षेत्रों से किया है पलायन
निर्वाचन कार्यालय की ओर से मतदाता बनने,नाम जोड़ने,नाम हटाने,पते में परिवर्तन और गतिविधियों में यह आंकड़ा आया है सामने
मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी हुआ है आंकड़े
आंकड़ों के मुताबिक पर्वतीय जिलों से मतदाताओं के दूसरी जगहों पर पलायन की आशंका आ रही है नजर
5 जनवरी से 30 सितंबर तक प्रदेशभर से सूची से कुल 1 लाख 68 हजार हटाए गए हैं नाम
इसमें से 32 हजार से ज्यादा नाम ऐसे थे जिनकी हो चुकी थी मृत्यु
15,000 से ज्यादा नाम ऐसे थे जो हो रहे थे रिपीट
1 लाख 20 हजार से ज्यादा नाम ऐसे हैं जो अपनी विधानसभा से कर चुके हैं पलायन
मैदानी जिलों से 62 हजार से ज्यादा लोग कर चुके हैं पलायन
मैदानी जिलों देहरादून हरिद्वार और उधम सिंह नगर से 62000 से ज्यादा लोग ने किया है पलायन
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रताप शाह ने बताया कि यह आंकड़ा अपनी विधानसभा छोड़कर जाने वालों का है