हाथियों का आतंक गन्ने की फसल की बर्बाद मचाई तबाही तबाही
लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत शिमलास ग्रांट में हाथियों ने मचाई भारी तबाही गन्ने की फसल को किया चौपट खेत से हाथी भगाने पर किसानों के पीछे दौड़े हाथी किसानों ने भागकर बचाई जान किसानों का आरोप वन विभाग बना है लापरवाह
लछीवाला वन रेंज के अंतर्गत शिमलास ग्रांट में किसानों को अपनी गन्ने की फसल को बचाना मुश्किल हो रहा है पूरी रात खेत की रखवाली करने के बाद भी गन्ने की फसल को हाथी चौपट कर रहे हैं शनिवार की रात को हाथियों के झुंड ने दर्जनों बीघा गन्ने की फसल को रौंदकर तहस-नहस कर दिया जब किसानों ने हाथियों को भगाने की कोशिश की तो हाथियों ने किसानों पर ही हमला बोल दिया बमुश्किल किसानों ने भागकर अपनी जान बचाई
किसान व पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह ने कहा कि इस समय गन्ने की फसल पूरी तरीके से तैयार है और हजारों रुपए लगाने के बाद गन्ने की फसल तैयार हुई लेकिन जब गन्ने को शुगर मिल में भेजने का समय आया तो हाथियों ने दर्जनों बीघा गन्ने की फसल को बर्बाद कर दिया है और हाथियों को भगाने पर हाथी किसानों के ऊपर हमला कर रहे हैं अब किसानों के आगे आर्थिक संकट पैदा हो गया है कि वे अपनी फसल बचाएं या अपनी जान बचायें
किसानों ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि विभाग लापरवाह बना हुआ है किसान लंबे समय से इलेक्ट्रॉनिक फेंसिंग लगाने की मांग कर रहे हैं लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी खेतों को बचाने के लिए विभाग द्वारा इलेक्ट्रॉनिक फेंसिंग नहीं लगाई जा रही है और विभाग मुआवजे के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करके रह जाता है और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द फसलों को बचाने के लिए विभाग ने इलेक्ट्रिक फेंसिंग नहीं लगाई तो किसान आंदोलन के साथ-साथ अधिकारियों का घेराव और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने को भी मजबूर हो जाएंगे