उत्तराखंड के स्विमिंग पूल बन रहे संक्रमण का अड्डा, कोरोना से लेकर हेपेटाइटिस तक का खतरा
अज़हर मलिक
उत्तराखंड के होटलों, रेस्टोरेंट्स और रिजॉर्ट्स में बने स्विमिंग पूल अब बच्चों के लिए मस्ती का नहीं, बल्कि बीमारी का खतरा बनते जा रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि एक ही पानी में दर्जनों लोग बगैर किसी मेडिकल जांच या निगरानी के नहा रहे हैं। बच्चों के लिए बनाए गए छोटे पूलों में भी भीड़ बेकाबू हो चुकी है। कोई पूछने वाला नहीं कि सामने वाला व्यक्ति संक्रमित है या नहीं। कोविड के मामले भले ही नियंत्रण में हैं, लेकिन नया वैरिएंट खामोशी से फैल रहा है और इस तरह की लापरवाही किसी बड़े संक्रमण का कारण बन सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, जब कई लोग एक ही समय में एक ही पानी में नहाते हैं, तो शरीर से निकलने वाले वायरस, बैक्टीरिया, पसीना, घाव या थूक जैसी चीजें पानी में फैल जाती हैं, जिससे संक्रमित होने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। कोरोना के अलावा हेपेटाइटिस A और E जैसी बीमारियां दूषित पानी से फैलती हैं, और यह खतरा स्विमिंग पूलों में सबसे ज़्यादा होता है। स्किन फंगस, रैशेज, स्केबीज, आंखों का संक्रमण (कंजक्टिवाइटिस), यूरिन इन्फेक्शन और बच्चों में दस्त जैसे रोग भी आम होते जा रहे हैं, जिनका स्रोत यही सार्वजनिक जलस्रोत बन रहे हैं।
सबसे गंभीर बात यह है कि अधिकतर होटल और रिजॉर्ट में इन पूलों के पानी की न तो समय पर जांच होती है, न ही क्लोरीन का स्तर नियमित रूप से मापा जाता है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर न कोई गाइडलाइन लागू होती है और न ही कोई नियंत्रण रहता है कि कितने लोग एक बार में पूल में उतर सकते हैं। जिम्मेदार विभागों ने भले ही गाइडलाइन बना रखी हो, लेकिन इनका पालन कराना तो दूर, निरीक्षण तक नहीं किया जा रहा।
स्विमिंग पूलों के टिकट बेचे जा रहे हैं, वीडियो बनाए जा रहे हैं, इंस्टाग्राम रील्स चल रही हैं । लेकिन कहीं भी सेहत की गारंटी नहीं है। ये हालात तब हैं जब प्रदेश में कोरोना की आहट फिर से सुनाई देने लगी है। देहरादून और अन्य जिलों में मामले धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद खुलेआम लापरवाही चल रही है और प्रशासन आंख मूंदे बैठा है।
अब सवाल यह है कि क्या कोई बड़ी दुर्घटना होने के बाद ही इन पूलों की निगरानी होगी? क्या बच्चों की सेहत को यूं ही जोखिम में डाल दिया जाएगा? समय रहते प्रशासन को चेतने की जरूरत है, और जनता को भी जागरूक रहना होगा। मस्ती की जगह बीमारी का खतरा न बने इसके लिए स्विमिंग पूलों में सख्त नियम लागू करने होंगे और जिम्मेदारी तय करनी होगी।
The Great News (एक्सक्लूसिव रिपोर्ट)