HNN24×7 के पत्रकार को फर्जी मुकदमे में फंसाने की साज़िश,फर्जी ज्ञापन देने से पत्रकारों में भारी आक्रोश।
प्रदेश में धामी सरकार भले ही पत्रकारों के हितों की बात करती हो लेकिन पत्रकारों के शोषण के मामले लगातार प्रदेश से उभरकर सामने आ रहे है, ऐसा ही मामला जनपद नैनीताल के रामनगर से सामने आया। जहां कुछ लोगो एक पत्रकार की आवाज दबाने के लिए साजिश रच रहे हैं। कुछ असामाजिक तथ्य NUJ नगर अध्यक्ष HNN24×7 के पत्रकार को फर्जी मुकदमो में फसाने की साजिश रच रहे है। बीती 20 दिसम्बर को नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (NUJ) के नगर अध्यक्ष और HNN 24×7 न्यूज़ चेनल के पत्रकार साहिल अहमद के खिलाफ कुछ लोगो ने एक ज्ञापन पुलिस क्षेत्राधिकारी रामनगर को सौपा था जिसकी जानकारी NUJ पत्रकार यूनियन को व्हाट्सएप ओर सोसल मीडिया के माध्यम से प्राप्त होने के बाद आज नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (NUJ) के पदाधिकारीयो ओर सदस्यों ने एक ज्ञापन पुलिस क्षेत्राधिकारी रामनगर को सौपते हुए बताया कि जिन लोगो ने नगर अध्यक्ष के खिलाफ ज्ञापन देकर जो आरोप लगाए हैं। वो सरासर गलत ओर झूठे है। जो लोग ज्ञापन देने आए थे उनमें से मो० सफी पुत्र मो० आलम मो० असरफ, मो० सफी की पत्नी के खिलाफ रामनगर कोतवाली में घरेलू हिंसा, आस पड़ोस लोगो से मारपीट, वन विभाग के साथ मारपीट करने आदि ओर गामा पुत्र हासम स्वम ओर गामा के लड़के निवासी नत्थावली के हाथी के दांतो के साथ रंगे हाथों पकड़े गए थे रामनगर कोतवाली ओर वन विभाग में भी लोगो के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं।और वर्तमान में भी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल है ओर जब पुलिस विभाग और वन विभाग उक्त लोगो पर कार्यवाही करता है
पत्रकार खबर को निष्पक्ष रूप से प्रकाशित करता है इस द्वेष भावना के चलते नगर अध्यक्ष को फसाने की साजिश चल रही है। एक पीड़ित महिला जो की मो० असरफ पुत्र मो० सफी की पत्नी है। पीड़ित के मुकदमे रामनगर न्यायालय ओर हल्द्वानी न्यायालय में चल रहे है। हल्द्वानी न्यायालय ने जिसमे 66000 रुपये के रिकवरी वारंट भी जारी किए हैं। जिसमे पत्रकार साहिल के द्वारा उस पीड़ित महिला को कानूनी मदद करने साथ ही इंसाफ दिलाने में उसकी मदद कर रहे हैं जो अब इनको हजम नही हो रहा है। पीड़िता ओर उसके परिवार सहित पत्रकार नगर अध्यक्ष के ऊपर भी एक पक्षीय फैसला करने के साथ ही पीड़िता ओर उसके परिवार की मदद ना करने का दवाब भी बनाया गया हैं इस लिए नगर अध्यक्ष के उपर फर्जी आरोप लगा रहे हैं। NUJ पत्रकार यूनियन गुर्जरो के दिए गए इस ज्ञापन की कड़े शब्दों में निंदा करती हैं। निष्पक्ष जाँच कर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग करते हैं।
दूसरी और पत्रकारों का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पत्रकारों के हितों की बात करते हैं पर धरातल पर पत्रकारों का जमकर शोषण होता हुआ दिखाई दे रहा है भले ही पत्रकारों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात क्यों ना हो लेकिन, पत्रकारों के मामले में मुकदमा दर्ज पहले हो जाता और जांच बाद की जाती है। लेकिन अब भविष्य में किसी भी पत्रकार के ऊपर बिना उच्च स्तरीय जांच किए बिना मुकदमा दर्ज होता है। प्रदेश भर में पत्रकारों के हितों के लिए बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।