विस्थापितों का दर्द आख़िर कब मिलेगा मालिकाना हक
उमेश पंत
लालकुआं वासियों को आज तक अपने घर और जमीन का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है कितने राजनेता आए और चले गए सब लोगों ने क्षेत्र की जनता को आश्वासन ही दिया है कांग्रेस शासन में थोड़ा बहुत कुछ हुआ था जो 2000 के सर्किल रेट से लोगों को मालिकाना हक दिए जाने की बात कहीं गई थी और कुछ लोगों ने राजस्व विभाग के पास जमीन के पैसे भी जमा कर दिए थे और कुछ लोगों को मालिकाना हक भी मिला पर जैसे-जैसे सरकारी बदलती रही वैसे लोगों के काम भी रुकते चले गए और लोगों को मालिकाना हक नहीं मिल पाया नई सरकारी साथी नए जनप्रतिनिधि क्या आए लोगों की दिल की धड़कन भी बढ़ते रहे ।
वहीं पूर्व चेयरमैन राम बाबू मिश्रा ने कहां की जब कांग्रेस सरकार थी तब हम लालकुआं वासियों को मालिकाना हक दिलाने में सफल भी रहे पर अब हमारी सरकार नहीं है और डबल इंजन की सरकार है और लालकुआं क्षेत्र से सत्ता पार्टी के विधायक भी मौजूद हैं पर फिर भी और लोगों को मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा हैं ऐसे में हमारी सरकार आएगी तो हम लालकुआं क्षेत्र वासियों को कम से कम सर्किल रेट में मालिकाना हक दिलाएंगे और जो काम भाजपा नहीं कर पा रही है वह काम हम लोग सबसे पहले करवाएंगे साथ ही जनप्रतिनिधियों और सरकार पर जबरदस्त कटास लिया ।