यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा फ़र्ज़ी लैब संचालक की लैब का सामान जब्त करने तथा उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद भी लैब संचालक पर कोई फर्क पड़ता नही दिखा, अब दूसरे स्थान पर धड़ल्ले से चला रहा है लैब।
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हाल ही में नगर के कलेंडर वाली मस्ज़िद के सामने फ़र्ज़ी रूप से चलाई जा रही पैथोलॉजी लैब पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से छापेमारी कर लैब में मौजूद मशीनों और अन्य सभी उपकरणों को जब्त कर लैब संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था तथा लैब को सील कर दिया गया था। इतना सब हो जाने के बाद भी उक्त लैब संचालक पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा और फिर से उसने चार कदम की दूरी पर ही अपना फर्जीवाड़ा फिर से शुरू करते हुए लैब चलाना शुरू कर दिया है। उक्त लैब में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सभी मानकों को ताक पर रखकर बिना किसी मान्य चिकित्सक के चलाई जा रही इस लैब में प्रतिदिन अनेक लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
ढीठता की हद तो यह है कि लैब संचालक पर पहले ही दो मुकदमे दर्ज हैं लेकिन मानो उसपर इन सबका जैसे कोई फर्क ही नही पड़ता है और न ही उसे स्वास्थ्य विभाग का कोई ख़ौफ़ है। मज़े की बात ये है कि आमतौर पर इस लैब को ताला लगाकर लैब स्वामी लैब के बाहर बैठ जाता है और इधर उधर से सेंपल लाकर या फिर किसी मरीज के आने पर ही लैब को खोलता है। इसके अलावा इस लैब को देखने से कोई नहीं कह सकता है कि यंहा कोई लैब भी चल रही है क्योंकि इस लैब को एकांत और आड़ में चलाया जा रहा है और उसके बाहर कोई बोर्ड भी नही लगा हुआ है। अब इस फ़र्ज़ी लैब पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कब कार्यवाही की जाएगी ये देखने वाली बात होगी।