संयुक्त किसान मोर्चा ने नवनिर्वाचित सांसद को सौंपा ज्ञापन,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा तथा किसान सभा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता कमलापुरी चौराहे पर एकत्र हुए तथा 13 महीने दिल्ली की सीमाओं पर चले आंदोलन के दौरान हुए समझौते के अनुसार लंबित मांगों के समर्थन में केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की।
कार्यकर्ताओं ने मुरादाबाद दिल्ली रोड पर स्थित सर्किट हाउस में नवनिर्वाचित सांसद रुचि वीरा को अपना मांग पत्र सौंपने के लिए रवाना हुए तथा सर्किट हाउस में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला प्रभारी डॉक्टर सईद सिद्दीकी ने संबोधित करते हुए कहा कि 9 दिसंबर 2021 को केंद्र सरकार ने किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ कृषि विरोधी तीनों काले कानून को वापस लेते हुए लिखित समझौता किया था लेकिन लेकिन लिखित समझौते के अनुसार कोई भी मांग पूरी नहीं की गई है इससे देश के किसानों और मजदूरों में आक्रोश है। इस दौरान अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा नेता प्रीतम सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि विगत 2024 के 18वीं लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने मोदी सरकार को काफी सबक सिखाया है मांग पत्र के माध्यम से मांग की गई कि समझौते अनुसार सी 2+50% के अनुसार किसानो की समस्त फसलों की खरीद का गारंटी कानून बनाया जाए।
किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमों को वापस लिया जाए, बिजली के निजीकरण तथा प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगाई जाए, चारों लेबर कोड रद्द किए जाएं, खेती में प्रयोग में आने वाले कीटनाशक उर्वरक ट्रैक्टर तथा डीजल पेट्रोल आदि को जीएसटी से बाहर लाया जाए। किसानों मजदूरों के समस्त कर्ज माफ किए जाएं। 60 वर्ष के बाद समस्त किसानों मजदूरों को 10 हज़ार रुपये प्रति माह पेंशन दी जाए। मनरेगा मजदूरी 6 सौ रुपये की जाए। आंदोलन के दौरान शहीद किसानों के स्मारक टिकरी /सिंधु बॉर्डर पर बनवाए जाएं।
गरीबों की झुग्गी झोपियां तोड़ने से पहले उन्हें पुनर्वास की व्यवस्था की जाए, आदि मांगों का ज्ञापन नवनिर्वाचित सांसद श्रीमती रुचि वीरा को सोपा । इस दौरान अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिला उपाध्यक्ष कामरेड वीर सिंह कामरेड कासिम अली जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा कामरेड त्रिमल सिंह, जसवंत सिंह, एडवोकेट कामरेड शाकिर अली, जाबिर हुसैन, कामरेड भारत सिंह, जगदीश सिंह पांडे, बाबू सिंह, दानिश अली, आदि मौजूद रहे।