निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : निजीकरण को लेकर मंगलवार को बिजली कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है। बिजलीकर्मियों का कहना है कि पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में निजीकरण की मांग उन्हें स्वीकार नहीं है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर यह सांकेतिक विरोध किया जा रहा है। इसमें 33 हजार सरकारी कर्मचारी और 50 हजार संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मी शामिल हैं। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि निजीकरण का लगातार विरोध हो रहा है। इसके चलते 77 हजार नौकरियों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगरा और ग्रेटर नोएडा के निजीकरण के प्रयोग की समीक्षा किए बिना उत्तर प्रदेश में निजीकरण का कोई अन्य प्रयोग न थोपा जाए। मुख्यमंत्री से अपील की गई है कि ग्रेटर नोएडा और आगरा में किए गए निजीकरण के विफल प्रयोगों की समीक्षा किए बिना प्रदेश में निजीकरण का कोई और प्रयोग न किया जाए कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर यह सांकेतिक विरोध किया जा रहा है, केंद्रीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार ठाकुरद्वारा में भी कर्मचारियों द्वारा काली पट्टी बांधकर, निजीकरण के विरोध में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उमेश कुमार,विजय सिंह,अंतर सिंह, निशांत, अशोक कुमार, मंगल सिंह आदि ने काली पट्टी बांधकर निजीकरण का विरोध जताया।