छत्तीसगढ़ में ननों की गिरफ्तारी से मचा बवाल, जबरन धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोपों पर बंटी राजनीति
छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में कथित मानव तस्करी और जबरन धर्मांतरण के आरोपों के चलते दो ननों सहित तीन महिलाओं की गिरफ्तारी ने प्रदेश की राजनीति में उबाल ला दिया है। पुलिस के मुताबिक ये महिलाएं तीन आदिवासी लड़कियों को बिना उचित दस्तावेज और अभिभावकों की अनुमति के उत्तर प्रदेश ले जा रही थीं। इस पर आरोप लगे कि उन्हें जबरन ईसाई धर्म अपनाने के लिए ले जाया जा रहा था। वहीं चर्च संगठनों और विपक्षी दलों ने इस गिरफ्तारी को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “भीड़तंत्र और धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देना लोकतंत्र के लिए खतरा है।” सोशल मीडिया पर भी इस मामले ने जोर पकड़ा है, जहां एक वर्ग इसे धर्मांतरण का संगठित प्रयास बता रहा है, तो वहीं दूसरा वर्ग इसे आदिवासी समुदाय की स्वतंत्रता और सामाजिक विकास के खिलाफ साजिश करार दे रहा है। मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है, जबकि राज्य पुलिस ने जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी है। इस घटना ने छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले धार्मिक ध्रुवीकरण को नया मुद्दा दे दिया है और आने वाले समय में यह मामला और भी गरमा सकता है।