खनन माफियाओं के खिलाफ वन विभाग ने चलाया कानूनी चाबुक, एक्शन में डीएफओ
उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर और नैनीताल में अवैध खनन का कारोबार जोरों पर था। वन विभाग की कार्यवाही के बाद भी अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा था। इसको रोकने के लिए तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने क्षेत्र का भ्रमण किया और अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। कोसी नदी क्षेत्र के आरक्षित वन क्षेत्र से अवैध खनन करते हुए दो डम्पर को पकड़ कर भारतीय वन अधिनियम की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर गुलजारपुर वह जुडका वन परिसर में सुरक्षित खड़ा किया गया इसके अतिरिक्त रांझा घाट,देव घाट बेरियो में अवैध खनन की दृष्टि से बनाए गए रास्तों में खाई खुदान कार्य आज तीसरे दिन भी जारी रहा अवैध खनन रोकथाम हेतु लगातार प्रयास जारी रहेंगे टीम में मो इमरान वन दरोगा, नन्द किशोर वन दरोगा, मनवर सिंह वन दरोगा, ओमकार सिंह वन दरोगा तथा पी आर डी जवान आदि शामिल रहे।
वन विभाग के डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य के इस कड़े रुख के बाद खनन माफियाओं में बौखलाहट देखने को मिल रही है। और फिर एक बार सड़कों पर दौड़ती खनन की गाड़ियों पर कमी देखी जाने लगी है। आप को बता दे कोसी नदी के आसपास लंबे समय से खनन माफियाओं का कब्जा था। जो रात का अंधेरा हो या फिर दिन का उजाला अपने अवैध कारोबार को दिन-रात करते हुए दिखाई दे रहे थे इन खनन माफियाओं ने गुलजारपुर ,जुडका और अन्य क्षेत्रों के पास वन विभाग की जमीन को खोद कर ख़जीज का कल खेल खेल रहे थे, प्रदेश सरकार को राजस्व के चुने के साथ-साथ आसपास क्षेत्रों में जल स्तर की भी समस्या उत्पन्न होने लगी थी जिसको लेकर केंद्र सरकार भी चिंतित थी और सर्वे के लिए केंद्र सरकार ने टीमों का गठन भी किया था। लेकिन अपने लालच के चलते खनन माफिया आसपास रह रहे लोगों की जिंदगी दांव पर लगा रखी थी।
अवैध खनन पर अंकुश और जंगलों को फिर से हरा-भरा करने के लिए वन विभाग के डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने कमान संभाल ली है और अपने कर्मचारियों को सख्त हिदायत देते हुए अवैध खनन पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। साथ ही अब कोसी नदी के आसपास अवैध खनन में संलिप्त लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने की भी तैयारी वन विभाग की ओर से कर ली गई है।
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