काशीपुर के लिए नई सियासी इबारत विकास की राह पर महापौर दीपक बाली
अज़हर मलिक
काशीपुर : इतिहास गवाह है कि काशीपुर ने कई बड़े राजनेता दिए, लेकिन शहर को विकास के नाम पर हमेशा इंतजार ही मिला। नेताओं की फेहरिस्त लंबी होती गई, पर सड़कों के गड्ढे, जलभराव की समस्या, जाम और अव्यवस्थित बाजार जस के तस रहे। लेकिन इस बार तस्वीर कुछ अलग दिख रही है। महापौर दीपक बाली के पद संभालने के बाद ऐसा लग रहा है कि जनता ने वास्तव में एक “विकास पुरुष” को चुना है। एक के बाद एक धाकड़ फैसले लिए जा रहे हैं, जिनका असर अब जमीन पर दिखने भी लगा है।
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ही दीपक बाली ने अपनी पहली बोर्ड बैठक में ऐतिहासिक फैसला लिया। उन्होंने 2 प्रतिशत दाखिल-खारिज शुल्क समाप्त करने का प्रस्ताव पास कराया, जिसे दशकों से खत्म करने की मांग की जा रही थी। यह फैसला काशीपुर की जनता के लिए बड़ी राहत लेकर आया, क्योंकि इससे प्रॉपर्टी मालिकों पर आर्थिक बोझ कम होगा।
अब लोग यह मानने लगे हैं कि दीपक बाली सिर्फ वादे नहीं, बल्कि संकल्प के साथ मैदान में हैं। इस फैसले के बाद शहर में चर्चा है कि अगर काशीपुर में विकास हुआ तो वह सिर्फ दीपक बाली के नाम पर ही होगा।
इसी कड़ी में दूसरा बड़ा फैसला काशीपुर के ऐतिहासिक गिरीताल के सौंदर्यीकरण को लेकर लिया गया। महापौर दीपक बाली ने अधिकारियों संग मौके का निरीक्षण किया और जल्द से जल्द सौंदर्यीकरण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। गिरीताल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना पहले कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) के तहत थी, लेकिन अब इसे सिंचाई विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया है।
झील के किनारे हाईटेक लाइब्रेरी, बच्चों के खेलने के स्थान, बुजुर्गों के लिए वॉकिंग ट्रैक और रेस्टोरेंट हट बनाए जाएंगे। झील के चारों ओर शीशे की पारदर्शी दीवारें लगाई जाएंगी, जिससे इसका सौंदर्य निखरेगा। शानदार फव्वारे और झील के अंदर टापू का निर्माण होगा।
धार्मिक स्थलों की गरिमा बनाए रखते हुए कोई भी ऐसा निर्माण नहीं किया जाएगा, जिससे आस्था को ठेस पहुंचे। गिरीताल क्षेत्र को सोलर लाइटिंग सिस्टम से रोशन किया जाएगा, जिससे ऊर्जा की बचत होगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
महापौर दीपक बाली ने कहा कि उनका सपना है कि गिरीताल को विश्वविख्यात कॉर्बेट पार्क का एंट्री पॉइंट बनाया जाए। इससे काशीपुर को पर्यटन हब के रूप में नई पहचान मिलेगी, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
इस निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ए.के. जॉन, सहायक अभियंता राजू कुमार, आर्किटेक्ट संस्कृति सक्सेना, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष राहुल पैगिया, पार्षद विजय बोबी, मयंक मेहता, प्रमोद तोमर, मनीष श्रीवास्तव, बिट्टू राणा, उदित अग्रवाल, शशांक गहतोड़, संजय ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
महापौर दीपक बाली अपने फैसलों से यह संकेत दे चुके हैं कि काशीपुर अब ठहराव की नहीं, बदलाव की राह पर चलेगा। पहले दाखिल-खारिज शुल्क समाप्त, फिर गिरीताल के सौंदर्यीकरण का संकल्प—ये केवल शुरुआत है। जनता को अब इंतजार है कि ये योजनाएं कितनी जल्दी ज़मीन पर उतरती हैं और काशीपुर की तस्वीर कैसे बदलती है।