सुप्रीम कोर्ट के फैसले से भावाधस में खुशी की लहर,वीरेश भीम अनार्य, की मेहनत रंग लाई,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : शुक्रवार को नगर में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस भीम की एक मीटिंग का आयोजन में किया गया। जिसमें सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण पर दिए गए फैसले का स्वागत किया गया और मिठाई बाटी गई।
मीटिंग की अध्यक्षता राकेश दानव एवं संचालन मुकेश चौधरी ने किया। मीटिंग में राकेश दानव ने बताया कि राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश भीम अनार्य जी के नेतृत्व में भावाधस के बैनर तले हजारों वाल्मीकि समाज के लोगों ने 6 दिसंबर 1996 को जंतर मंतर पर वाल्मीकि समाज को अलग आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में लागू भी किया था लेकिन हाईकोर्ट ने उसे निरस्त कर दिया था। तब से यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चला आ रहा था। जिस में हमारे राष्ट्रीय प्रमुख ने 15- 16 साल मुकदमा लड़ा। और संघर्ष किया। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाया वाल्मीकि समाज को भी आरक्षण दिया जा सकता है। यह सुनकर वाल्मीकि समाज में खुशी की लहर दौड़ गई।
इससे पहले पंजाब,हरियाणा में वाल्मीकि समाज को अलग आरक्षण मिल रहा था। जिसको हाई कोर्ट चंडीगढ़ ने रद्द कर दिया था। बाद में जिस को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। जिसका फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा अब दिया गया है। जिससे वाल्मीकि समाज की हालत में बदलाव आएगा। इस फैसले को लेकर आज भावाधस भीम ने मिठाई बाटी और बधाई दी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री सतीश पारछे, प्रदेश सचिव अनिल कुमार,मंडल अध्यक्ष करन कुमार, यूथ विंग जिला अध्यक्ष किरेंद्र, देवेंद्र नागपाल, राजेश मंत्री, राकेश अमराही, आकेश कुमार, लकी कुमार, निशांत चौधरी, अमन चौधरी आदि लोग मौजूद थे।