Jeju Air विमान हादसा: पायलट की बड़ी चूक से गई 179 यात्रियों की जान, गलत इंजन किया बंद!

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Jeju Air विमान हादसा: पायलट की बड़ी चूक से गई 179 यात्रियों की जान, गलत इंजन किया बंद!

दक्षिण कोरिया की Jeju Air फ्लाइट 2216 हादसे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 29 दिसंबर 2024 को हुए इस दर्दनाक विमान हादसे में 179 लोगों की मौत हो गई थी, और अब जांच में सामने आया है कि पायलटों ने गलती से वह इंजन बंद कर दिया जो ठीक काम कर रहा था। इसी वजह से विमान रनवे पर फिसल गया और एक कंक्रीट की दीवार से टकराकर आग की चपेट में आ गया।

शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि टेक-ऑफ के दौरान एक इंजन में पक्षी टकराने (बर्ड स्ट्राइक) की वजह से गड़बड़ी आई थी। लेकिन पायलटों ने गलती से दूसरा, सही चल रहा इंजन बंद कर दिया। इसके बाद विमान ने अपनी ताकत खो दी और लैंडिंग गियर फैल होने के कारण रनवे से फिसलकर क्रैश हो गया।

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इस हादसे में केवल दो लोग बच पाए—दोनों क्रू मेंबर थे। बाकी सभी यात्रियों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जांच एजेंसी ARAIB ने इस चूक को ‘क्रिटिकल पायलट एरर’ बताया है। हालांकि, पीड़ित परिवारों ने इस रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं और जांच को पक्षपाती बताया है। पीड़ितों के परिजन रिपोर्ट जारी होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एजेंसियों का विरोध करने पहुंचे, जिसके चलते रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जा सकी।

अब इस हादसे को लेकर विमानन सुरक्षा मानकों पर फिर से बहस छिड़ गई है। क्या पायलटों को और बेहतर प्रशिक्षण की ज़रूरत है? क्या इमरजेंसी में निर्णय लेने की प्रक्रिया को और सटीक बनाना होगा? यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी चूक नहीं बल्कि एक सिस्टम फेल्योर भी कहा जा रहा है।

Jeju Air ने हादसे के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की बात कही है। कंपनी ने अपने सभी पायलट्स के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग और इंजन फेल्योर सिमुलेशन प्रोग्राम अनिवार्य कर दिया है।

अब निगाहें अंतिम जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो अगले 1 साल में जारी होनी है। तब तक यह हादसा दुनिया भर के एयरलाइंस के लिए एक चेतावनी बनकर सामने खड़ा है कि एक छोटी गलती कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।

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