Kanpur Police पर आरोप लगा था कि छेड़छाड़ पीड़िता को थाने में निर्वस्त्र किया गया और पीड़िता को आरोपी के पास खड़ा करके उनको फोटो क्लिक किए गए. आरोप लगाया गया था कि पुलिस ने पीड़िता पर आरोपी के साथ शादी करने का दबाव भी बनाया था.
इस घटना से पीड़िता की हालत खराब हो गई थी और वह कोमा में चली गई. मामले के तूल पकड़ने पर महिला पुलिस अधिकारी ने कहा था कि पुलिस पर लगे आरोप झूठे हैं. लड़की को उसके परिवार के लोगों ने ही थाने में निर्वस्त्र किया था. साथ ही पुलिस ने आरोपों की जांच किए जाने की बात भी कही थी. आज कानपुर पुलिस Kanpur Police का फिर से इस मामले में बयान सामने आया है. पुलिस police अपने पुराने वाले बयान से बदल गई है. पुलिस का कहना है कि नाबालिग के जांघ पर आरोपी का नाम देखने के लिए उसकी पैंट उतारी गई थी।
https://www.aajtak.in/uttar-pradesh/story/kanpur-police-admitted-that-the-molestation-victim-was-made-to-remove-her-clothes-in-the-police-station-lclg-1774960-2023-09-08
यह है पूरा मामला
दरअसल, कानपुर के साढ़ थाना क्षेत्र के निवासी एक पिता और उसके बेटे ने आरोप लगाया था. क्योंकि नाबालिग बेटी को गांव के पूर्व प्रधान का बेटा अमन छेड़ता है, लेकिन जब हम थाने में उसकी शिकायत करने पहुंचे तो एक महिला सिपाही ने आरोपी अमन के सामने ही मेरी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी के कपड़े उतार कर उसकी फोटो खींची. इससे वह इतनी डिप्रेशन depression में हो गई कि घर आते ही जमीन पर गिर गई. उसके बाद बेहोश हो गई उसे दिन से उसे hospital में भर्ती कराया गया है लेकिन वह कुछ बोल नहीं पा रही है वह कोमा में चली गई है.
आरोपी ने कहा था लड़की के पैर पर लिखा है मेरा नाम: पुलिस
6 september को मामले ने तूल पकड़ा. इसके बाद पुलिस की एक टीम hospital में लड़की के परिजनों से मिलने में पहुंच गई. 6 सितंबर को पुलिस से सफाई दी थी की लड़की के कपड़े नहीं उतरवाए गए, लेकिन 7 सितंबर की शाम पुलिस ने नया बयान दिया. Kanpur साउथ की ADCP अंकिता शर्मा ने बयान जारी किया की लड़की के आरोप पर पुलिस अमन को पड़कर थाने लाई. उसके खिलाफ FIR registered की गई. थाने में लड़के ने कहा कि मैं लड़की से प्यार करता हूं मेरे हाथ पर उसका नाम लिखा है और उसके जांघ पर मेरा नाम naam लिखा है.
… ‘बेटी को निर्वस्त्र… ‘Daughter naked’ किया और आरोपी के पास खड़ा करके फोटो खींचे’, कानपुर पुलिस पर लगा गंभीर आरोप
Police के मुताबिक, अमन के लगाए गए आरोप की जांच करने के लिए थाने में बने lady desk में नाबालिग लड़की के कपड़े महिला सिपाहियों के सामने उतारे गए थे. लड़की के पैर के ऊपर अमन का नाम लिख पाया भी गया. लड़के के ऊपर छेड़खानी का केस दर्ज किया गया था. उसमें 7 साल की सजा होती है. इसलिए उसे थाने से ही जमानत मिल गई थी. Family के लोग उसको थाने से जमानत मिलने पर समझ पाए कि शायद Police ने कुछ कार्रवाई नहीं की. इसलिए वह पुलिस से नाराज थे. वह कंट्रोवर्सी में पुलिस पर आरोप लगाने लगे. ADCP अंकित शर्मा के साथ खड़े लड़की के पिता ने का कहना है कि पुलिस ठीक कम कर रही है.