मसूरी नगर पालिका द्वारा मसूरी के इतिहास से छेड़छाड़ को लेकर सामाजिक और राजनीतिक लोगों में भारी आक्रोश
Massoorie News : मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा मसूरी के 200 साल पूरे होने पर बनाए जाने वाले कार्यक्रम का लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। मसूरी के बुद्धिजीवी और प्रोफेसरों ने मसूरी नगर पालिका प्रशासन पर मसूरी के इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि पालिका जनप्रतिनिधि अपने राजनीतिक फायदे के लिए मसूरी के इतिहास से छेड़छाड़ कर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि 2023 में नही 2027 में मसूरी के निर्माण होने के प्रमाण हैं परंतु नगरपालिका 2023 में ही 200 साल मसूरी के मना रही है जो समझ से परे है। उन्होंने कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता राजनीतिक फायदा उठाएं जाने को लेकर जनता के पैसो से कार्यक्रम को आयोजित कर रहे हैं परंतु इससे कुछ होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि 2023 में नगर पालिका (Nagar Palika) के चुनाव होने हैं और इसको लेकर नगर पालिका जनप्रतिनिधि जनता की गाढ़ी कमाई को ठिखाने लगाने का काम कर रही है। मसूरी एमपीजी कॉलेज के संस्कृत और इतिहास के प्रोफेसर डाॉ प्रमोद भारती ने नगर पालिका द्वारा 2023 में मसूरी के 200 साल पूरे होने के बाद पर कड़ा एतराज जताया है उन्होंने कहा कि इतिहास बताता है कि 2025 में कैपटन यंग देहरादून में मजिस्ट्रेट नियुक्त होकर आये था और वह मसूरी अकसर षिकार करने आया करते थे पह 2025 में उनके द्वारा कैमल बैक रोड पर हंटिंग लॉज बनाया था ।
उन्होंने बताया कि मसूरी के निर्माण का काम 2027 में शुरू हुआ है जिसके प्रमाण इतिहास में भी है और गूगल भी इसको प्रमाणित करता है ऐसे में पालिका द्वारा इतिहास से छेड़छाड़ करना गलत है।
मसूरी के सामाजिक कार्यकर्ता कमल भंडारी ने कहा कि पालिका प्रशासन जनता के कमाई को ठिकाने लगाने का काम कर रहा है पालिकाध्यक्ष राजनीतिक फायदा उठाए जाने को लेकर मसूरी के 200 साल को चार साल पहले ही मना रहे हैं वही सरकारी धन को ठिकाने लगाने का काम कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
मसूरी आप पार्टी के जिला प्रवक्ता प्रकाश राणा ने कहा कि नगरपालिका को मसूरी के इतिहास से कुछ लेना-देना नहीं है उन्होंने कहा कि पालिकाध्यक्ष को ना तो इतिहास का ज्ञान है और ना ही उनको इतिहास से कुछ लेना देना हैं उन्होंने कहा कि बिना सोचे समझे कार्यक्रम को आयोजित कर देश दुनिया में मसूरी के नाम को खराब किया जा रहा है । मसूरी 2027 में 200 साल की होगी और मसूरी की जनता के साथ मसूरी के गौरवपूर्ण इतिहास को प्रदर्शित कर भव्य कार्यक्रम आयोजित करवाएंगे जिससे मसूरी के साथ-साथ देश के राजनीतिक, सामाजिक , बुद्धिजीवी इतिहासकार आदि शामिल होंगे।