उत्तराखंड में बिजली की रोस्टरिंग शुरू, पर लोगों को जानकारी ही नहीं! कब और कितनी देर गुल रहेगी लाइट, जानिए पूरी सच्चाई

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उत्तराखंड में बिजली की रोस्टरिंग शुरू, पर लोगों को जानकारी ही नहीं! कब और कितनी देर गुल रहेगी लाइट, जानिए पूरी सच्चाई

 

उत्तराखंड के कई जिलों में अचानक हो रही बिजली कटौती ने लोगों को परेशान कर दिया है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि अधिकांश उपभोक्ताओं को यह पता ही नहीं कि यह कटौती किसी तकनीकी खराबी की वजह से नहीं, बल्कि सरकारी स्तर पर तय की गई “रोस्टरिंग” के तहत हो रही है। यानी बिजली विभाग (UPCL) ने पहले से तय कर रखा है कि किन इलाकों में कब-कब लाइट जाएगी, लेकिन इस रोस्टर की जानकारी आम जनता को नहीं दी गई है। कई लोग इसे स्थानीय खराबी या ट्रिपिंग समझ रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि उत्तराखंड की कुल 9 जल विद्युत परियोजनाएं भारी बारिश और नदियों में सिल्ट भरने की वजह से बंद पड़ी हैं, जिससे राज्य में लगभग 650 मेगावाट बिजली उत्पादन ठप हो गया है।

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इस संकट को देखते हुए उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) ने ग्रिड को संतुलित बनाए रखने के लिए आपात रोस्टरिंग (Emergency Load Shedding) लागू कर दी है। इसके तहत UPCL हर जिले और सब-स्टेशन के हिसाब से अलग-अलग शेड्यूल बनाकर 2 से 6 घंटे तक बिजली काट रहा है। लेकिन न तो इस जानकारी को प्रमुख अखबारों में प्रकाशित किया गया, न ही UPCL की साइट से आम उपभोक्ताओं को कोई SMS या अलर्ट भेजा गया। यही कारण है कि लोग अचानक बिजली जाने पर भ्रमित हैं और बिजली विभाग पर गुस्सा उतार रहे हैं, जबकि विभाग पहले से यह तय करके चल रहा है कि कब कहां कटौती करनी है।

 

जानकारी के मुताबिक, यह रोस्टरिंग खासकर देहरादून नगर क्षेत्र को छोड़ बाकी सभी इलाकों में लागू की गई है, जिनमें डोईवाला, सहसपुर, विकासनगर, हरिद्वार, ऋषिकेश, काशीपुर, बाजपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी, रामनगर जैसे इलाके शामिल हैं। उद्योगों में बिजली कटौती की अवधि अधिक और घरेलू क्षेत्रों में थोड़ी कम रखी गई है, ताकि जरूरी सेवाएं प्रभावित न हों। हालांकि लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब सरकार को पहले से पता था कि जल विद्युत उत्पादन ठप हो सकता है, तो क्या उसकी कोई वैकल्पिक तैयारी नहीं थी?

 

वहीं बिजली विभाग का कहना है कि स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए अन्य राज्यों से बिजली खरीदने, सोलर और थर्मल प्लांट को तेज करने तथा जल विद्युत परियोजनाओं की सफाई और मरम्मत का काम किया जा रहा है। लेकिन जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक रोस्टरिंग जारी रहेगी, और लोगों को तय शेड्यूल के हिसाब से बिजली मिलती रहेगी।

 

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके इलाके में लाइट कब जाएगी और कब आएगी, तो UPCL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “Rostering Details” PDF देखें। वहां सब-स्टेशन और सब-डिवीजन के हिसाब से बिजली कटौती का पूरा टाइम टेबल दिया गया है, लेकिन यह जानकारी बहुत कम लोगों को पता है।

 

ऐसे में अब जरूरत है कि सरकार और बिजली विभाग जनता को जागरूक करें, सही जानकारी दें और पारदर्शिता बरतें, ताकि लोग मानसिक रूप से तैयार रहें और अचानक अंधेरे में न घिरें।

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